सुनील कुशवाहा की रिपोर्ट

झामुमो का बिहार में चुनाव लड़ने का ऐलान | राजद के साथ गठबंधन की तैयारी |
मतदाता पुनरीक्षण का झामुमो ने किया विरोध | |
झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने दावा किया है कि बिहार में पार्टी गठबंधन के तहत चुनाव लड़ेगी। राजद प्रमुख तेजस्वी यादव के साथ इस संदर्भ में बातचीत होगी। पार्टी ने बिहार में मतदाता पुनरीक्षण का कड़ा विरोध किया है।

महासचिव सुप्रियो भट्टाचार्य ने शनिवार को पार्टी कार्यालय में प्रेस वार्ता में कहा कि महाराष्ट्र में वोटर बढ़ाकर भाजपा ने चुनाव जीता और अब बिहार में गैर भाजपाई वोटरों, विशेषकर आदिवासी, दलित, मुस्लिम, और पिछड़े समुदायों को मताधिकार से वंचित करने की साजिश रची जा रही है।
वोट कटने का खतरा
बिहार में मतदाता पुनरीक्षण में आधार कार्ड और इपिक नंबर को मान्यता नहीं दी गई है। मांगे गए दस्तावेज 90% ग्रामीणों के पास उपलब्ध नहीं हैं, जिससे गरीब, दलित और प्रवासी मजदूरों के वोट कटने का खतरा है। यह कदम भाजपा को फायदा पहुंचाने की साजिश है।

बिहार में मतदाता में आधार कार्ड और इपिक नंबर को मान्यता नहीं दी गई है। मांगे गए दस्तावेज 90% ग्रामीणों के पास उपलब्ध नहीं हैं, जिससे गरीब, दलित और प्रवासी मजदूरों के वोट कटने का खतरा है। यह कदम भाजपा को फायदा पहुंचाने की साजिश है।


