सुनील कुशवाहा की रिपोर्ट
ग्राम पंचायत बाना (प्रखंड मेराल, जिला गढ़वा) में 15वें वित्त मद के तहत बड़े पैमाने पर फर्जी निकासी और अनियमितताओं का आरोप लगाया गया है। इस संबंध में पंचायत के वार्ड सदस्य और उपमुखिया ने उपायुक्त महोदय को एक लिखित ज्ञापन सौंपकर जांच की मांग की है।शिकायत में आरोप लगाया गया है कि पंचायत की मुखिया श्रीमती गौरी देवी ने 1 जनवरी 2025 से 30 अप्रैल 2025 के बीच जलमीनार मरम्मत के नाम पर ₹5,,000/- (पाँच लाख रुपये) की फर्जी निकासी की है।इसके अलावा, आरोप है कि मुखिया के पुत्र मनोज उराँव, जो कोलवरी में नौकरी करते हैं, पंचायत के सभी कार्यों में हस्तक्षेप करते हैं और बिचौलियों के माध्यम से कार्य निष्पादन करवाते हैं। शिकायतकर्ताओं का कहना है कि वार्ड सदस्यों की सहमति के बिना फैसले लिए जाते हैं, जिससे पंचायत की कार्यप्रणाली प्रभावित होती है।ज्ञापन में मांग की गई है कि इन सभी बिंदुओं की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों पर आवश्यक विधिक और प्रशासनिक कार्रवाई की जाए।




