
सुनील कुशवाहा की रिपोर्ट
नशा मुक्त समाज के लिए एकजुट हो -डीईओ नशाखोरी एक सामाजिक अभिशाप है – अभिषेक नशे से मानव संसाधन की हानि होती है -अभिषेक क्विज क्विक सकारात्मक प्रतियोगिता को जन्म देता है – प्रशिक्षक गृह कारा एवं आपदा प्रबंधन तथा स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग झारखंड सरकार के संयुक्त पहल “नशे को ना जीवन को हां” के अंतर्गत 6 जून से 26 जून के बीच होने वाले विभिन्ननिश्चध मादक पदार्थों के रोकथाम राज्य के सभी उच्च और उच्चतर माध्यमिक विद्यालय में प्रस्तावित रूपरेखा के तहत आज राजकीयकृत प्लस टू सर्वोदय उच्च विद्यालय सतबरवा केप्रांगण निषिद्ध मादक पदार्थ को रोकने हेतु क्विज प्रतियोगिता का आयोजन किया गया । इस प्रतियोगिता की विशेषता रही कि

प्रतियोगिता के प्रश्न पूरे जिले में एक समान रहा जो जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय द्वारा उपलब्ध कराया गया था जिसमें अध्यनरत सभी विद्यार्थियों को को प्रतियोगिता के माध्यम से विद्यार्थियों के बीच मादक पदार्थ को रोकने हेतु , बचाओ के तरीके व होने वाले नुकसान के तरीके बता कर छात्रों और शिक्षकों ने अपने जीवन में कभी भी नशा न करने की शपथ ली। जिसमें निषिद्ध मादक पदार्थ जिला प्रशिक्षक अभिषेक तिवारी और दिलीप कुमार ने सभी छात्रों को मादक पदार्थों के सेवन से होने वाले नुकसान, ड्रग्स या नारकोटिक औषधियां नशीली दवा के प्रभाव के बारे में बताया और मादक पदार्थों के बारे में क्विज प्रतियोगिता आयोजित करने से कई लाभ भी बताएं।जैसे- जागरूकता बढ़ाना, शिक्षा और जानकारी , सामुदायिक भागीदारी, नशीली दवाओं के प्रति नकारात्मक

दृष्टिकोण, स्वस्थ जीवनशैली को बढ़ावा, प्रतिभा का विकास, इस प्रकार की गतिविधियाँ समाज में मादक पदार्थों के प्रति जागरूकता बढ़ाने और स्वस्थ विकल्पों को प्रोत्साहित करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकती हैं।मौके पर सत्य प्रकाश शर्मा, रामरक्षा प्रसाद, सुबोध कुमार, रवि रंजन कुमार, भीम यादव और मेघा कुमारी व अन्य सभी शिक्षक उपस्थित रहे।



